जब आंखों का संक्रमण हो तो आजमाएं ये छोटे-छोटे व्यायाम, तुरंत मिलेगी राहत
सेहतराग टीम
कंजेक्टिवाइटिस आंखों की ढ़केलनेवाली पतली झिल्ली 'कंजेक्टिवा' की सूजन के कारण होती है। साधारण बोलचाल की भाषा में इसे 'आंख आने की बीमारी' कहा जाता है। आमतौर पर यह संक्रामक रोग इस बीमारी से पीड़ित लोगों के संपर्क में आने मात्र से ही हो जाता है। अधिक भीड़-भाड़, गंदी बस्तियां, अस्वच्छ वातावरण कीटाणु के पनपने तथा बढ़ने में सहायक होता हैं।
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रोग के प्रभाव से आंख और पलकों का निचला हिस्सा सूज जाता है। शुरू में आंखें लाल हो जाती हैं और सूख भी जाती हैं। बाद में इनमें जलन होने लगती है और फिर पानी गिरने लगता है। कभी-कभी संक्रमण के अधिक बढ़ जाने पर इनमें पीप का बनना शुरू हो जाता है। रात के समय अक्सर पीप या पानी सूख जाता है, जिससे आंखें चिपक जाती हैं।
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आंखों का व्यायाम- आंखों के ये व्यायाम कंजेक्टिवाइटिस को ठीक करने में सहायक होते हैं।
1- अपने सिर को स्थिर और ढीला रखें। आंखों को ऊपर-नीचे छह बार आराम से घुमाएं। हर दो सेकंड बाद ऐसा करें आंखें धीरे-धीरे और एकदम नीचे तक तथा एकदम ऊपर तक घुमाएं।
2- आंखों को एक ओर से दूसरी ओर पूरी दूरी तक छह बार घुमाएं, पर आंखों पर ज्यादा जोर न डालें। ऐसा दो या तीन बार दोहराएं।
3- नाक के सामने तर्जनी को आंख से करीब 8 इंच की दूरी पर रखें, फिर दूसरी उंगली से 10 फीट या ज्यादा दूरी तक रखा सामान देखें। फिर दूसरी दिशा में यही प्रक्रिया दोहराएं। इस व्यायाम को जल्दी-जल्दी करें।
4- आंखों को हल्के से ऊपर से नीचे गोलाई में घुमाएं, फिर उल्टी ओर से घुमाएं। ऐसा चार बार करें। एक क्षण रुककर दो या तीन बार और करें। पर आंखों पर कम से कम जोर लगाएं।
(यह आलेख डॉ. हरिकृष्ण बाखरु द्वारा लिखी गयी ‘किताब रोगों का प्राकृतिक उपचार’ से लिया गया है।)
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